अक्सर लोगों के दिमाग में यह प्रश्न बार-बार कौंधता है कि अगर उनका आधार कार्ड किसी जालसाज के हाथ पड़ जाए तो क्या होगा? या कोई उसी आधार कार्ड से उसके नाम से खाता खुलवाने की कोशिश करे, तो उसे क्या नुकसान होगा? अगर इसका उत्तर नहीं मिल रहा है तो हम बताते हैं, कुछ नहीं होगा। किसी अन्य कागजातों के साथ-साथ आधार कार्ड के जरिए बैंक खाता खुलवाया जा सकता है। आधार कार्ड मिलने के बाद बैंकों को खाता खुलवाने की पूरी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है और वेरीफिकेशन पूरा करना पड़ता है। ऐसे में सिर्फ आधार कार्ड की कॉपी ले जाकर कोई जालसाज आपकी सहमति के बिना आपके नाम से खाता नहीं खुलवा सकता। अगर ऐसा होता है तो इसे बैंक की गलती माना जाएगा, आधार कार्ड धारक की नहीं।
न दें किसी को जानकारी
अक्सर फ्रॉड उन लोगों के साथ होते हैं, जो किसी कारण अपनी निजी जानकारियां किसी अनजान से साझा कर देते हैं। बैंक साफ कहते हैं कि किसी भी स्थिति में किसी को भी अपना ओटीपी, पिन, पासवर्ड, या यूजर आईडी न बताएं। कोई भी शंका हो तो बेहतर है कि अपने बैंक की ब्रांच पर संपर्क करें। दरअसल फ्रॉड करने वाले अक्सर बड़ी रकम का लालच या कार्ड ब्लॉक होने की बात कहकर या फिर किसी और तरह से आपकी निजी जानकारियां मांगते हैं, जिसमें डेट ऑफ बर्थ, पैन की जानकारी, यूजर आईडी, ओटीपी, पासवर्ड या पिन आदि शामिल होते हैं। अक्सर लोग अनजाने नंबरों से आए किसी फोन पर जालसाज की बातों में आकर अपनी निजी जानकारियां दे देते हैं और नुकसान उठा लेते हैं। बता दें बैंक कर्मचारी कभी भी आपसे ये जानकारी नहीं मांगते।
आधार का गलत इस्तेमाल संभव नहीं
UIDAI की वेबसाइट के मुताबिक आधार नंबर से किसी शख्स की पहचान चुरा कर उसको आर्थिक नुकसान पहुंचाने का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। आधार प्लेटफॉर्म पर हर दिन लगभग 3 करोड़ आधार नंबर को विभिन्न सेवाओं के लिए प्रमाणित किया जा रहा है। साथ ही प्लेटफॉर्म को सुरक्षित बनाए रखने के लिए सिस्टम में लगातार बदलाव किए जाते हैं, और नए सुरक्षा उपायों को जोड़ा जाता है।
वैसे आपके मन में यह प्रश्न जरूर उठ रहा होगा कि अगर आधार नंबर का गलत इस्तेमाल संभव नहीं है तो UIDAI लोगों से सोशल मीडिया पर आधार नंबर डालने से क्यों मना करती है? आधार का गलत इस्तेमाल संभव नहीं है, हालांकि बेवजह अपनी जानकारियां सोशल मीडिया पर देना सही कदम नहीं हैं, इससे आप ना चाहते हुए भी जालसाजों की निगाह में आ सकते हैं।