अपने 'दोस्त' की 5वीं बरसी पर इस शख़्स ने बनवाई कांस्य की मूर्ती, कहा - उससे ज़्यादा वफ़ादार कोई नहीं

 


कुत्ते को इंसान का सबसे सच्चा दोस्त कहा जाता है. कुत्ते ही क्यों, किसी भी जानवर के प्रति अगर इंसान ज़रा सा स्नेह दिखा दे तो वो भी दोस्ती का हाथ बढ़ाता है. इस लिस्ट में डॉग पहले नंबर पर आते हैं. कुत्तों की वफ़ादारी और बहादुरी की कई कहानियां आपने सुनी होंगी. अब एक इंसान ने दोस्ती की मिसाल पेश की है.



आंध्र प्रदेश के एक शख़्स ने इंसान और जानवर की दोस्ती की मिसाल क़ायम की है. Sunkara Jnana Prakash Rao ने अपनी मृत डॉगी की याद में कांस्य की प्रतिमा बनवाई. बीते गुरुवार को प्रकाश राव ने प्रतिमा का अनावरण किया. 



ANI की ख़बर के मुताबिक़, प्रकाश राव और उसके परिवार के पास वो डॉग 9 सालों तक रहा. पूरे परिवार को उससे इतना लगाव हो गया था कि उसकी मौत के पांच साल बाद उसकी प्रतिमा बनवाने का निर्णय लिया गया.



अम्पापुरम गांव, ज़िला कृष्णा, आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं प्रकाश राव. उसने बताया कि वो डॉगी उनके परिवार के सदस्य और प्रकाश राव के बच्चे जैसा ही था, और वो पिछले पांच सालों से उसकी बरसी मना रहे हैं. पांचवी बरसी पर इस परिवार ने अपने डॉगी को सम्मान देने के लिए उसकी प्रतिमा लगवाई. प्रतिमा लगवाने बाद उसके लिए प्रार्थना सभा हुई, पूजा-अर्चना की गई. गांववालों को भोजन भी करवाया गया. 



"वो जानवर हमारे बच्चे जैसा था. हमने उसे कई सालों तक पाल-पोस के बड़ा किया. जीवनभर वो हमारे प्रति वफ़ादार रहा. आज हमने उसकी पांचवीं बरसी मनाई क्योंकि ये हमारी ज़िम्मेदारी है.", प्रकाश राव ने बताया.  



कुछ दिनों पहले ख़बर आई थी एक शख़्स अपने कैंसर पीड़ित डॉग को आख़िरी बार घुमाने ले गया था. Carlos Fresco और उसके Labradoodle, Monty की दोस्ती को 10 साल हो चुके थे. कार्लोस और मॉन्टी को पहाड़ की चढ़ाई करना बेहद पसंद था. सालभर पहले मॉन्टी की तबीयत बिगड़ी, डॉक्टर्स ने बताया कि उसे Leukaemia (ब्लड कैंसर) है. कार्लोस और मॉन्टी ने कई बार Welsh Mountain के चक्कर लगाए थे, कार्लोस एक आख़िरी बार अपने दोस्त को इस सैर पर ले गया.


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